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एक समर्पित कर्मठ स्वयंसेवक पुरुषोत्तम दास जी नामदेव

शिक्षा के क्षेत्र में, शिक्षक के रूप में, प्राचार्य के रुप में, विद्यालय के संस्थापक के रुप में अपना निस्वार्थ योगदान देने वाले पुरुषोत्तम दास जी नामदेव का जन्म दिनांक 5 फरवरी 1964 में जिला नरसिंहपुर , मध्यप्रदेश में हुआ।

आपने छात्र जीवन में ही एम काॅम, बी एड की शिक्षा ग्रहण करते हुए अभाविप के कार्यकर्ता के रुप में राष्ट्रीय विचारधारा के लिए अपना योगदान देना प्रारंभ कर दिया। परिषद में जिला संयोजक , प्रांतीय कार्यकारिणी में सदस्य के साथ साथ संघ के कई अनुशांगिक संगठनों में भी अपने सहर्ष अपने दायित्वों का निर्वहन किया।

सरस्वती शिशु मंदिर गोटेगाँव में संस्थापक सदस्य ,श्री आदर्श शिक्षा समिति गोटेगाँव , सरस्वती शिशु मंदिर गोटेगाँव के प्रथम आचार्य, सरस्वती शिशु मंदिर गोटेगाँव में 1997 में प्रभारी प्राचार्य के रुप में कार्यरत , विद्या भारती के ग्राम भारती प्रकल्प में जबलपुर के जिला संयोजक , प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर गलगला,प्रधानाचार्य सरस्वती शिशु मंदिर राम मंदिर जीसीएफ एस्टेट जबलपुर एवं वहीं पर प्राचार्य के पद पर नियुक्त हुए।

सरस्वती शिक्षा परिषद प्रांत परीक्षा प्रमुख का दायित्व एवं प्रेरणा के प्रमुख संपादक, विश्व संवाद केंद्र जबलपुर से प्रकाशित शास्वत गर्जना के संपादक आदि ऐसे कितने स्थान है जहाँ रहकर आपने सतत् निर्बाध रूप से कार्य किया। सरस्वती शिक्षा परिषद द्वारा जितने भी प्रशिक्षण कार्यक्रम होते थे उनमें आपका महत्वपूर्ण योगदान रहता था ।

करोना कॉल में आप दूरदर्शन चैनल पर प्रसारित “रामायण” धारावाहिक की प्रश्नावली तैयार कर व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रेषित की है। स्वाधीनता का अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वतन्त्रता काल की गाथाओं के लगभग 17,000 प्रश्नों की प्रश्नावली विद्यालयों के व्हाट्सएप ग्रुप पर प्रसारित कर विद्यार्थियों को जागरूक किया । आपकी बौद्धिक क्षमता बेजोड़ थी। आप कुशल वक्ता एवं संचालक भी थे ।

मृदुभाषी मिलनसार व्यक्तित्व के धनी स्व पुरुषोत्तम नामदेव जी 30/06/2022 इस नश्वर देह को छोड़कर परमधाम को गमन कर गये । ईश्वर से प्रार्थना है उनकी पवित्र आत्मा को आत्मिक शांती प्रदान करें । समाज में आपके रिक्त स्थान की पूर्ति नहीं हो सकती । आपके किये कार्यो के लिए समाज सदैव आपका ऋणी रहेगा ।