Trending Now

कोरोना महामारी: लम्बी चलेगी लड़ाई

चूँकि कोरोना महामारी से लड़ने के लिये तैयारी लम्बे समय तक जारी रखा जाना है, क्योंकि अभी खतरा टला नहीं है। यद्यपि अभी तक के प्रयासों से 67 प्रतिशत आबादी में इम्युनिटी विकसित कराने के काम में सरकार को सफलता प्राप्त हो सकी है। दूसरी लहर ने सरकार एवं आम लोगों को बड़ी दहशत में डाल दिया था।

यद्यपि देश की 130 करोड़ आबादी को वैक्सीन लगा पाना सहज काम नहीं है। यह वैक्सीन लगाने का काम अभी भी चुनौती पूर्ण बना हुआ है।

इसी बीच एक और आशाभरी खबर आ गयी है कि बैंगलूर स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साईंस के वैज्ञानिकों ने वार्म वैक्सीन तैयार की है। वहीं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ ने ऑक्सीजन  राशनिंग उपकरण एमलेक्स का विकास किया है। यह मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर की उपयोग क्षमता तीन गुना बढ़ा सकता है।

कोरोना के 'R' रेट ने बढ़ाई टेशन, तीसरी लहर आने के मिल रहे हैं संकेत

देश में ऐसे विकास परक शोधकार्यों को और गति प्रदान करने के प्रयास किये जा रहे हैं।

एक अनुमान के अनुसार अभी भी देश की लगभग 40 करोड़ आबादी को इस महामारी के संक्रमण से बचाने के प्रयास किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया जा चुका है। संतोष की बात यह है कि नये मामले आने की गति न्यूनतम स्तर पर है। यद्यपि सतर्कता के तौर पर जिन घने बसे इलाकों में ज्यादा लोगों में एंटीवाडी नहीं बनी है, उन क्षेत्रों में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जतायी जा रही है। इसीलिये सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक या किसी तरह के उत्पन्न हो जाने वाली भीड़ भाड़ से बचना आवश्यक है। वे अत्यन्त आवश्यक होने पर ही यात्रा करनी चाहिऐ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा संसदीय दल की बैठक में कहा था कि ऐसे समय में जब पूरी मानव जाति कोविड-19 महामारी संकट से जूझ रही है, विपक्षी दलों का रवैया बहुत गैर-जिम्मेदाराना है। यह संकट राजनीतिक नहीं मानवीय है। ऐसे समय में संसद का मानसून सत्र पहले दिन से ही चलने नहीं दयिा।

यह समय कोरोना से जूझने वाला है, जिसमें सभी दलों का सहयोग जरूरी है, टीकाकरण की रफ्तार को जारी रखने का है, जासूसी स्याया में उलझने या हंगामा करने का नहीं है। इस कोविड महामारी से लड़ने का दायित्व सत्ताधारी दल के साथ-साथ विपक्षी दलों का भी है।

लेख़क:- डॉ. किशन कछवाहा