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अतिरिक्त चाहने बड़ा पर्यावरण का प्रदूषण का संकट : भैया जी जोशी

विसंके(जबलपुर) विकास के लिए मूल मार्ग का चयन करना होगा, जिसके लिए संतुलन वह समन्वय की आवश्यकता है | जिससे आने वाली पीढ़ी को चुनौतियों का सामना नहीं करना पड़े सामाजिक आर्थिक राजनीतिक दिशा में कार्य करने वाले को इस दिशा में विचार करना होगा अंधेरा चर्चा में समान नहीं सेवा उसे समाप्त करने के लिए दीप जलाना होगा | वहीं सुरेंद्र सिंह चौहान रहते थे उक्ताशय के विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी ने अखिल भारतीय स्तर यह सेवा प्रमुख ग्राम विकास प्रमुख रहे स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह चौहान भैया जी की अदमकद प्रतिमा अनावरण उपरांत सुरेंद्र सिंह चौहान स्मृति समिति मोहद एवं प्रज्ञा प्रवाह महाकौशल प्रांत द्वारा ग्राम विकास, राष्ट्र विकास विषय पर आयोजित व्याख्यानमाला में व्यक्त किए |

आस्थाओं का केंद्र है भारत

श्री जोशी जी ने कहा कि जिस देश भारत में हम रहते हैं उस की दुनिया में अलग पहचान है | दुनिया से हम अलग व भिन्न हैं। भारत धार्मिक आस्थाओं का केंद्र है यहां कठिनाइयों के बाद लोग अमरनाथ चार धाम की यात्रा करते हैं, यह भारत की विशेषता है, की श्रद्धा को तर्कों से नहीं समझा जा सकता कुंभ इसका बड़ा उदाहरण है, यह समाज की शक्ति है, दुनिया की नजर में भारत पिछड़ा है पर हमें मालूम है कि हम क्या हैं।

ज्ञान देने सेटेलाइट स्थापित

सर कार्यवाह बोले आज हम गलत दिशा में जा रहे हैं उसे ठीक करना पड़ेगा | हमारा मूल आज भी सही है | विकसित के मापदंड वर्ल्ड बैंक के अपने हैं वह कपड़े व पेट्रोल की खबर को पैमाना बनाए हुए हैं यह मापदंड हमें स्वीकार नहीं है विदेशों में परिवार नाम की कोई चीज नहीं है वक्ती की साधना तपस्या को हम बड़ा मानते हैं | भारत ने जासूसी के लिए नहीं बल्कि दुनिया को ज्ञान देने अंतरिक्ष में सैटेलाइट स्थापित किए हैं अवैध कुछ अन्य कार्यों कि अप्रत्यक्ष रूप से आग्रह आगाह करते हुए कहा कि आज पर्यावरण व प्रदूषण का संकट अतिरिक्त चाह के कारण बढ़ गया है | विज्ञान की संतुलित उपयोग नहीं किया तो हम विनाश की ओर बढ़ते जाएंगे।

विदेशियों की भूमिगत संपदा पर नजर

श्री जोशी ने कहा कि हाइड्रोजन बम के अविष्कार कर्ता ने किसका आविष्कार ऊर्जा के लिए किया था पर आज अमेरिका ने इसका उपयोग मानव जाति को नष्ट करने के लिए हिरोशिमा नागासाकी पर किया | भारत आज दुनिया में अलग पहचान बनाए हुए हैं | हमें जितना चाहिए उतना लेना चाहिए पर यह हो रहा  है, कि जितना हो सके उतना लेने की प्रवृत्ति खतरनाक है | श्री जोशी जी ने कहा की देशी कंपनियां भारत की भूमिगत संपदा पर कब्जा जमाने आ रहे हैं | आज जो शरण हो रहा , उसके मूल में वर्तमान है | हमें भविष्य की चिंता छोड़ दी है , आज जल जंगल जमीन का हाल हो रहा है।

नई पीढ़ी को मिलेगा रेगिस्तान

श्री जोशी बोले की हरित क्रांति के नाम पर गलत नीति देश ने अपनाई इससे निपटना बड़ी चुनौती है | अधिक उत्पादन लाभ की चक्कर में भूमि की उर्वरा शक्ति को कम कर रहे हैं | रासायनिक खाद के अत्यधिक उपयोग से हम अपनी आने वाली पीढ़ी को रेगिस्तान देकर जाएंगे देश में 50 सालों में कितने प्रकार की बीमारियां बढ़ गई है | स्वास्थ्य की अनेक समस्याएं आज विद्यमान है  | उद्योग जगत राजनीति को प्रभावित करने का कार्य कर रहा है | आज शाम लंबन की वा छोटे उद्योगों की बढ़ने की जरूरत है | महात्मा गांधी विनोबा भावे जयप्रकाश नारायण नाना जी देशमुख की भी यही सोच थी।

20 फीसदी उठा रहे लाभ

अच्छी व्यवस्था अच्छी व्यवस्थाओं का लाभ मात्र 20% लोग ही ले पा रहे हैं, 80 फ़ीसदी लोग सामान्य व्यवस्थाओं के भरोसे हैं | आज मोहद गांव का नाम सुरेंद्र सिंह चौहान जी भैया जी के कारण ही भारत में मानचित्र पर अंकित है | वह कल्पनाओं सिद्धांतों को जमीन में उतारने का जज्बा रखते थे | कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गाडरवारा के स्वयंसेवक महेशकांत पटेल ने कहा कि हर किसान को एक गाय का पालन करना चाहिए | इतने बड़े मंच पर मुझे सम्मान दिया इससे मैं गौरवान्वित हूं | मंच पर जिला संघचालक राकेश उदेनिया भी मौजूद थे | आरंभ में मंचस्थ अतिथि दीप प्रज्वलन किया स्वागत | मेजर प्रभात सिंह चौहान , चंद्रपाल सिंह चौहान , चंद्र भूषण सिंह चौहान ने किया | निलेश नायक ने भारत माता के चरण कमल में….. गीत की प्रस्तुति दी।

 ग्राम गौरव सम्मान

 इस मौके पर अतिथियों ने “ मोहद ग्राम विकास के सफल प्रयोग की प्रेरणा सुरेंद्र सिंह चौहान “ पुस्तक का विमोचन किया | प्रज्ञा प्रवाह महाकौशल प्रांत द्वारा सामाजिक कृषि व अन्य क्षेत्रों में कार्य करने वाले कृष्णपाल लोधी चिरचिटा , विशाल सिंह ठाकुर गाडरवारा ,अरविंद साहू आमगांव बड़ा, मानक सिंह कौरव इमलिया कल्याणपुर , कृष्ण कुमार वर्मा, रविशंकर रजक बतेसरा , राजू बदली करेली का ग्राम गौरव सम्मान से शाल – श्रीफल के साथ अतिथियों ने सम्मान किया | कार्यक्रम का संचालन डॉ राजकुमार आचार्य विनोद नेमा ने व आभार प्रदर्शन विक्रम सिंह चौहान ने व्यक्त किया | अनुशासित समारोह में सांसद उदय प्रताप सिंह सहित राजनीतिक, सामाजिक, व्यापारिक, पत्रकारिता, चिकित्सा क्षेत्र सहित विभिन्न गणमान्य नागरिक मौजूद रहे | कार्यक्रम का समापन रमाकांत तिवारी द्वारा प्रस्तुत राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम… से हुआ।