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एक और को मिली गुस्ताख-ए-नबी की सजा !

  • सोशल मीडिया पर लिखा – गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा सिर तन से जुदा, कुछ घंटों बाद शव मिला

  • निशांक राठौर नामक छात्र की संदेहास्पद मौत खड़ी कर रही है सवाल

राजधानी भोपाल में बीटेक की पढ़ाई कर रहे एक युवक निशांक राठौर का शव मिला है। कल युवक के इंस्टाग्राम स्टोरी में एक पोस्ट के माध्यम से गुस्ताख़-ए-नबी की सजा देने संबंधी पोस्ट डाली गई थी। जिसके बाद युवक का शव मिलने से सनसनी है। निशांक के गृहनगर सिवनी मालवा में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।

भोपाल के नर्मदापुरम रेलवे ट्रैक पर रविवार रात्रि में एक शव मिला, जिसकी पहचान निशांक राठौर नामक युवक के रूप में की गयी है। युवक भोपाल के ओरियंटल महाविद्यालय में बीटेक का छात्र था. इससे पहले युवक के इन्स्टाग्राम अकाउंट पर स्टोरी डली थी। जिसमें युवक का एक फोटो था जिसमें लिखा था गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सिर तन से जुदा। उसके नीचे लिखा था कि सारे हिन्दू कायरो देख लो अगर नबी के बारे में गलत बोलोगे तो यही हश्र होगा. जिसके बाद पुनः गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सिर तन से जुदा लिखा।

इस स्टोरी का स्क्रीनशॉट युवक के मोबाइल से उसके पिता और दोस्तों के वाट्सऐप पर एक स्क्रीनशॉट आया। मैसेज पढ़कर पिता ने बेटे के मित्र को फोन किया। जिसके बाद युवक का मित्र व उसके चचेरे भाई ने टीटी नगर थाने पहुंचकर उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। तब तक रायसेन पुलिस उसका शव बरखेड़ा इलाके के रेलवे ट्रैक से बरामद कर चुकी थी।

फोन उठाना किया बंद- निशांक के चचेरे भाई शशांक ने बताया कि उसने अपने मित्र राज से रविवार दोपहर 12 बजे फोन पर बात की थी। इसके बाद उसकी अपने पापा से बात हुई थी। शशांक का कहना कि देर शाम जब हम लोगों ने फोन लगाया तो रिसीव नहीं हुआ। देर रात तक कई फोन लगाये फिर भी उसने फ़ोन नहीं उठाया। फिर पता लगा कि उसका शव रायसेन में मिला है, तब भी उसका फोन चालू था।

पुलिस बता रही है आत्महत्या का मामला- टीटी नगर TI चैन सिंह रघुवंशी ने बताया, मूलत: सिवनी मालवा निवासी निशांक राठौर (20) पुत्र उमाशंकर राठौर भोपाल के ओरियंटल कॉलेज में B.Tech 5th सेमेस्टर का स्टूडेंट था। प्रारंभिक जांच में मामला सुसाइड का लग रहा है। छात्र के बारे में जानकारी मिली कि वह शेयर बाजार में निवेश करता था। आशंका है कि उसे घाटा लगा होगा और तनाव में आ गया होगा। हालांकि, अभी पीएम रिपोर्ट समेत अन्य तथ्यों की जानकारी जुटाने के बाद ही उसकी मौत की वजह का खुलासा हो सकेगा। हम हर पहलुओं से जांच कर रहे हैं।
गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सिर तन से जुदा क्यों ?

खड़े हो रहे सवाल- कई दिनों से देश भर में ऐसे मामले आये हैं, जहाँ “गुस्ताख-ए-नबी की एक सजा, सिर तन से जुदा” वाक्य को प्राथमिकता में रखकर कई असामाजिक गतिविधियों को पूरा किया गया है. इसमें उदयपुर में हुई हिंसा सहित अनेक मामले सने आये हैं. इस बार निशांक के मामले में उसके फोन से सभी को SMS भेजना और फिर उसके बाद ही इस तरह की घटना का घटित होना. कई सवाल खड़े कर रहा है।