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घनश्याम जी का जाना

घनश्याम जी का जाना

श्री घनश्याम मिश्र जी मूलतः सिवनी जिले के बरघाट तहसील के निवासी थे। मिश्र जी बाल्यकाल से स्वयंसेवक थे। उसके बाद उन्होंने सत्र 1992 में तृतीय वर्ष शिक्षित होने के बाद मिश्र जी ने संघ के अनेक दायित्वों का निर्वहन किया था।

अनेक वर्षों तक जिला शारीरिक प्रमुख, सह जिला कार्यवाह,वर्तमान में सह जिला संघचालक के दायित्व का निर्वहन कर रहे थे, मिश्र जी एक शिक्षक होने के साथ समर्पित स्वयंसेवक भी थे। अपने पढ़ाये हुए अनेक विद्यार्थियों को उन्होंने स्वयंसेवक बनाने के साथ राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दिया था।

उनके पढ़ाये हुए अनेक विद्यार्थी वर्तमान में खण्ड नगर से लेकर प्रांत स्तर के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दायित्वों का निर्वहन कर हैं। मिश्र जी गहन चिंतक होने के साथ-साथ ओजस्वी वक्ता भी थे। प्रभावी व्यक्तित्व के धनी मिश्र जी के सम्पर्क में जो आता था वो संघ से अछूता नही रहता था।

ज्ञात है कि मिश्र जिला मुख्यालय स्थित नेता जी सुभाषचंद बोस शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पर वरिष्ठ व्याख्याता के पद पर पिछले 10 वर्षों से पदस्थ थे। प्रारंभ में माध्यमिक शाला बुढैना कलां में उन्होंने शिक्षक के पद पर अपनी सेवा दी उसके बाद हायर सेकंडरी स्कूल छपारा एवं हायर सेकंडरी स्कूल बोरी में सेवा दी।

परिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्री मिश्र अपने पीछे एक पुत्र व दो पुत्री सहित अन्य परिवार जनों को छोडकर दिनाँक 5/10/2020 को देवलोक गमन कर गये। हृदयाघात के इलाज के चलते नागपुर में उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली।

दिनाँक 01 अक्टूबर को नागपुर में बाईपास सर्जरी कराने के लिए मिश्र जी गये थे, जहां 03 अक्टूबर को उनकी ओपन हार्ट सर्जरी सफलतापूर्वक हुई थी। सोमवार दोपहर में उनका नागपुर में उपचार के दौरान स्वर्गवास हो गया।

मिश्र जी का सम्पूर्ण संघ परिवार को यू छोड़कर जाना बहुत ही चिंता का विषय हैं। मिश्र जी ने हमेशा संघ को अपना समर्पण दिया जो अमूल्य योगदान हैं। संघ परिवार हमेशा उनका ऋणी रहेगा।