बिन्दु से ब्रम्हांड तक : आदि शंकराचार्य
शुक्ल यजुर्वेद के अनुसार "त्रियादूर्ध्व उदैत्पुरुष: वादो अस्येहा भवत् पुनः" (भक्तों के विश्वास को सुदृढ़ करने हेतु भगवान् अपने चतुर्थांश...
शुक्ल यजुर्वेद के अनुसार "त्रियादूर्ध्व उदैत्पुरुष: वादो अस्येहा भवत् पुनः" (भक्तों के विश्वास को सुदृढ़ करने हेतु भगवान् अपने चतुर्थांश...
!!नमामि देवि नर्मदे!! "नर्मदा मैय्या को उन धुरंधरों से भी मुक्ति दिलाएं जो मां के वक्षस्थल पर पाखंड का चिमटा...
नर्मदाष्टक में आचार्य शंकर (आदि शंकराचार्य) माँ नर्मदा की स्तुति करते हैं- "अहोऽमृतं स्वनं श्रुतं महेश केश जातटे, किरात-सूत वाडवेषु...