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ये हैं नेवी के डिप्टी चीफ वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी, विन्ध्य वसुन्धरा सपूत…..

भारतीय थलसेना के उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी की हिमालयीन उपलब्धि पर मुदित थे ही कि मित्र नवीन झा ने सूचना दी कि भारतीय नौसेना के भी डिप्टी चीफ हमारे अपने दिनेश के त्रिपाठी हैं सतना जिले के अमरपाटन निवासी। नेवी जिले के गढ़ गाँव में जन्मे ले.जनरल उपेन्द्र द्विवेदी की भाँति दिनेश त्रिपाठी जी भी रीवा सैनिक स्कूल से निकले नक्षत्र हैं जो देश के क्षितिज को आलोकित कर रहे हैं।

मित्र नवीन झा रीवा सैनिक स्कूल के छात्रों को एनडीए के लिए तैयार करते हैं। हैं तो ये बिहार के पर विन्ध्य की माटी के प्रेम को सीने से लगाए हमारे सैनिक स्कूल के बच्चों को आगे बढ़ता देख स्वयं गौरवान्वित महसूस करते हैं।

उल्टी-सीधी गलाकाट राजनीति से पगे विन्ध्य में यहां के सपूतों की उपलब्धि नई पीढ़ी के लिए आशा का वृस्तित फलक तैय्यार करती है। तो आइए जाने नेवी डिप्टी चीफ दिनेश के त्रिपाठी के बारे में..।

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वाइस एडमिरल दिनेश के.त्रिपाठी, एवीएसएम, एनएम ने 01 जून 2021 को कार्मिक प्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।

रीवा सैनिक स्कूल से निकलकर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़गवासला में पढ़ाई और प्रशिक्षण पूरा किया। 01 जुलाई 1985 को नौसेना में कमीशन किए गए थे। और आज नौसेना उन्हें फ्लैग ऑफिसर संचार और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के विशेषज्ञ के तौरपर मान देती है।

वे नौसेना के फ्रंटलाइन युद्धपोतों पर सिग्नल कम्युनिकेशन ऑफिसर और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर ऑफिसर के रूप में और उसके बाद गाइडेड डिस्ट्रॉयर आईएनएस मुंबई के कार्यकारी अधिकारी और प्रधान युद्ध अधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं।

श्री त्रिपाठी रक्षा सेवा स्टॉफ कॉलेज, वेलिंगटन से स्नातक हैं। जहां उन्हें थिमैया पदक से सम्मानित किया गया था।

वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने 2007-08 में यूएस नेवल वॉर कॉलेज, न्यूपोर्ट, रोड आइलैंड में नौसेना उच्च कमान पाठ्यक्रम और नौसेना कमान कॉलेज में भाग लिया है। जहां उन्होंने प्रतिष्ठित रॉबर्ट बेटमैन अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीता।

उन्होंने आईएनएस विनाश, आईएनएस किर्च और आईएनएस त्रिशूल की कमान संभाली है। और विभिन्न महत्वपूर्ण परिचालनों और कर्मचारियों की नियुक्तियां की हैं। जिसके तहत मुंबई में पश्चिमी बेड़े के बेड़े संचालन अधिकारी, नौसेना संचालन के निदेशक, प्रमुख निदेशक नेटवर्क केंद्रित संचालन, प्रधान निदेशक नौसेना योजना और सहायक शामिल हैं।

इसके अलावा वे नौसेना मुख्यालय में सहायक नौसेनाध्यक्ष (नीति और योजना) जैसे अहम पद पर भी रहे हैं।

फ्लैग ऑफिसर त्रिपाठी ने 15 जनवरी 2018 से 30 मार्च 2019 तक पूर्वी बेड़े की कमान संभाली है। जून 2019 में वाइस एडमिरल के पद पर पदोन्नति होने पर, फ्लैग ऑफिसर को केरल के एझिमाला में प्रतिष्ठित भारतीय नौसेना अकादमी के कमांडेंट के रूप में नियुक्त किया गया था।

अकादमी को सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर द्वारा नवंबर 2019 में प्रेसीडेंट्स कलर से सम्मानित किया गया था। वह 29 जुलाई 2020 से 31 मई 2021 तक नौसेना संचालन के महानिदेशक थे।

इस अवधि में नौसेना/समुद्री अभियानों में बहुत उच्च प्रगति देखी गई। उन्होंने सुनिश्चित किया कि नौसेना लड़ाकू, एकजुट और विश्वसनीय बनी रहे, जो कोविड महामारी की चौतरफा गंभीरता के बावजूद पश्चिमी अरब सागर/खाड़ी क्षेत्र और अन्य स्थानों पर एलएसी पर स्थिति के मद्देनजर सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है।

वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी को उनके कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए अति विशिष्ट सेवा पदक और नौसेना पदक से सम्मानित किया गया है। फ्लैग ऑफिसर अंतरराष्ट्रीय संबंधों, सैन्य इतिहास और नेतृत्व की कला और विज्ञान के एक उत्सुक विद्यार्थी हैं।

लेखक:- जयराम शुक्ल