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हिन्‍दू बनकर अयाज खान ने ब्राह्मण लड़की को अपने प्रेम जाल में फंसाया, फिर ब्रेन वॉशकर करवाया मतांतरण

-डॉ. मयंक चतुर्वेदी

भोपाल । मध्यप्रदेश में इस्‍लाम और ईसाईयत के एक के बाद एक मतान्‍तरण के षड्यंत्र सामने आ रहे हैं। राज्‍य की आर्थ‍िक राजधानी इंदौर समेत मालावा क्षेत्र में श्रंखलाबद्ध तरीके से सामने आए मुस्‍लिम धर्मांतरण के मामलों के बाद अब संस्‍कारधानी जबलपुर से लव जिहाद करने का प्रकरण सामने आया है। इस में भी पेटर्न वही है नाम बदलो, कलावा बांधो, हिन्‍दू लड़की से दोस्‍ती करो, संबंध बनाओ और उसे इस प्रकार से अपने प्रेमजाल में फंसाओ कि यदि वह संबंधों से मुक्‍त होना चाहे, तब भी वह बाहर नहीं निकल पाए।

अयाज खान ने हिंदू बन कर लड़की अनामिका दुबे से पहले चैट से शुरू की थी बातचीत
जबलपुर में लव जिहाद के इस मामले में मुस्लिम लड़के अयाज खान ने पहले हिंदू बन कर लड़की अनामिका दुबे से चैट शुरू की फिर उसे अपने प्रेमजाल में फंसाया, उससे कोर्ट मैरिज की । फिर लड़की अपने पिता के घर सामन्‍य रूप से रहती रही, लेकिन अब जब समाजिक मुस्‍लिम रिवाजों के साथ किए जानेवाले उसके निकाह का शादी कार्ड जिसमें कि उसका नाम भी बदलकर अनामिका की जगह उजमा फातिमा कर दिया गया है, वह सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तब जाकर लड़की के घर वालों को पता चल सका है कि आगामी सात जून को ये दोनों निकाह करने जा रहे हैं। मुस्लिम लड़के अयाज खान ने उनकी बेटी का धर्म परिवर्तन भी करा दिया है।

कोर्ट मैरिज सर्टिफिकेट में ‘अनामिका’ नाम दर्ज अब बना दिया उसे ‘उजमा फातिमा’
जबलपुर के मुस्लिम बाहुल्य गोहलपुर इलाके एक मोहल्ले में 25 साल का मोहम्मद अयाज रहता है, वहीं, एक अन्‍य मोहल्ले यह 22 साल की अनामिका दुबे रहती है । दोनों ने इसी साल चार जनवरी को कोर्ट मैरिज कर ली। इस दौरान शादी के सर्टिफिकेट में अनामिका का नाम ‘अनामिका’ ही दर्ज है । लेकिन अब वह ‘उजमा फातिमा’ बन गई है ।इस मामले में लड़के के परिवार वालों ने पूरे समाज को वलीमा खिलाने के लिए कार्ड छपवाकर बंटवा दिए थे । जब यह कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो हिंदुवादी संगठन लड़की के परिजनों के पास पहुंचे। जहां परिजनों को उन्‍होंने पूरा वाकया बताया । अब परिजन और हिंदू संगठन झूठ बोलकर और हिन्‍दू बन छल से प्रेम जाल में फंसाकर लड़की के इस जबरन के धर्म परिवर्तन पर सवाल उठा रहे हैं।

फिल्‍म ‘द केरल स्टोरी’ की तर्ज पर किया गया ये लव जिहाद
‘द केरल स्टोरी’ फिल्‍म में जिस तरह से लव जिहाद का रूप दिखाने के साथ ही धर्मपरिवर्तन को दिखाया गया, वैसा ही वाकया यहां घटता हुआ दिखाई देता है । इस मामले में जिस लड़की को उसकी मां कल तक अनामिका के नाम जानती थी, उसे आज वह ‘उजमा फातिमा’ के रूप में देख रही है। इसलिए लड़की की मां इस मामले को वह ‘लव जिहाद’ मानती हैं। इस संपूर्ण प्रकरण में सच्‍चाई सामने आ जाने के बाद लड़की की मां का रो-रोकर बुरा हाल है।

परिवार जनों ने हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। एडिशनल एसपी प्रियंका शुक्ला को इस मामले में संपूर्ण जानकारी दी गई है । लड़की के परिजनों का कहना है कि शादी से पहले रजिस्ट्रार ने उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी। ऐसे में हिंदू लड़की का इस तरह से निकाह रुकवाने के लिए एसपी से मांग की गई है।

पिता का आरोप- ब्राह्मण परिवार की बेटी का ब्रेन वॉश कर धर्म परिवर्तन कराया गया
लड़की अनामिका के पिता चंद्रिका प्रसाद दुबे ने बताया कि जब उन्‍हें पता चला है कि दोनों मुस्लिम रीति-रिवाज से निकाह करने की तैयारी में हैं। निकाह की तारीख सात जून दी गई है। कार्ड में बेटी अनामिका का नाम उजमा फातिमा लिखे होने के साथ मेरा भी नाम लिखा है। सोशल मीडिया पर वायरल इस कार्ड को देखकर हमारे परिवार के सभी लोग सकते में आ गए, हम सभी चौंक गए हैं कि हमारी बेटी ऐसा कैसे कर सकती है। पिता का आरोप है कि ब्राह्मण परिवार की बेटी का ब्रेन वॉश कर धर्म परिवर्तन कराया जाकर यह निकाह करवाया जा रहा है। हमें इस चुंगल से मुक्‍त करवाकर हमारी बेटी वापिस चाहिए।

लड़की की मां की चेतावनी, पुलिस दखल दे नहीं तो करेंगी एसपी दफ्तर में आत्मदाह
लड़की की मां का कहना है कि हम अपनी बेटी वापस चाहते हैं। लड़की की मां ने चेतावनी देते हुए कहा है कि पुलिस इस मामले में दखल दे नहीं तो वे एसपी दफ्तर में ही आत्मदाह करेंगी । रजिस्टर की शादी करने के करीब पांच माह बाद लड़की का धर्म परिवर्तन कर मुस्लिम रीति-रिवाज से शादी की तैयारियां चल रही हैं।अमखेरा इलाके में इस शादी के दावते वलीमा की तैयारियां की गई है।

हिन्‍दू संगठनों का मानना, ‘एडवांस लव जिहाद’ है ये
हिन्‍दू संगठन के नेता योगेश अग्रवाल एवं हीरा तिवारी ने इसे ‘एडवांस लव जिहाद’ बताया है। यानि मुस्लिम लड़के के द्वारा हिन्दू लड़की से पहले गुपचुप कोर्ट मैरिज फिर उसका धर्म परिवर्तन करवाकर आगे की साजिश रची जाकर सामाजिक तौर पर निकाह करना । इनका कहना है कि जिस तरह का कार्ड छापा गया है, उसे आप गौर से देखकर समझेंगे तो ध्‍यान में आएगा कि इस शादी के कार्ड को वायरल कर लड़की के माता-पिता परिवार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का षड्यंत्र भी रचने के कार्य को अंजाम दिया गया गया।

आईएसआईएस के संदिग्‍ध आतंकियों के पास मिलीं वीडियो क्‍ल‍िपिंग की सच हुई बात
जबलपुर से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) की संयुक्त कार्रवाई में हाल ही में गिरफ्तार किए गए आईएसआईएस के संदिग्‍ध आतंकी कई सनसनीखेज राज उगल रहे हैं। उनके पास से बरामद आपत्‍त‍िजनक सामग्री और साजिश संबंधी दस्तावेजों से खुलासा भी हुआ है कि इनके मोबाइल, वीडियो, ऑडियो से जो साक्ष्‍य मिले हैं, उनमें लव जिहाद के लिए हिंदू लड़कियों को टारगेट कैसे करना है, इसके बारे में जानकारियां दी गई हैं।
इसके लिए स्मार्ट दिखने वाले मुस्लिम युवाओं का ये चयन करते थे और उन्हें लव-जिहाद के लिए तैयार करते थे। उन्हें बताते थे कि कैसे एक हिंदू लड़की के पीछे पड़ना है, कैसे उसको टारगेट करके उससे दोस्ती की जा सकती है और सबसे अहम कि जब मौका मिले हिन्‍दू लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाओ ताकि वह युवती कहीं भाग ना पाए। फोन में तमाम हिंदू लड़कियों के नंबर मिले हैं। इन आतंकियों ने हिंदुओं में भी खासकर ब्राह्मण और जैन समाज को लक्ष्‍य कर रखा था। इसलिए ब्राह्मण और जैन समाज की लड़कियों के ही सबसे ज्यादा फोटो और नंबर इनके मोबाइल में हैं । ये संदिग्‍ध इस्‍लामिक चरमपंथी आतंकी हिंदू लड़कियों को योजनाबद्ध तरीके से अपने जाल में फंसा रहे हैं, उनसे दोस्ती कर रहे हैं और उनका दैहिक शोषण कर रहे हैं ।

यह जांच का विषय है! अयाज खान भी तो नहीं था इन संदिग्‍ध आतंकियों के संपर्क में
लव जिहाद के ताजा मामले को देखकर आज साफ पता चल रहा है कि एनआईए की हाल में की कई जबलपुर की छापामार कार्रवाई में जो राज ये आईएसआईएस के संदिग्‍ध आतंकी उगल रहे हैं। जमीनी तौर पर वह उसे संभवत: अयाज खान जैसे लड़कों के माध्‍यम से ही हकीकत में बदलने में लगे हुए थे, जिसमें कि पहले हिन्‍दू बनकर लड़की को अपने प्रेमजाल में फंसाया गया, उसके साथ फिजिकल संबंध बनाए गए और फिर ब्रेशवॉश का खेल शुरू किया जाकर उसे अब पूरी तरह से धर्मांतरित कर दिए जाने का यह मामला सामने है। यह भी एक जांच का विषय जरूर है कि कहीं जबलपुर का रहनेवाला ये अयाज खान भी तो उन पकड़े गए आतंकियों के संपर्क में नहीं था, क्‍योंकि पेटर्न वही है, लड़की को हिन्‍दू बनकर अपने प्रेमजाल में फंसाने का।
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मप्र में नहीं है इन चरमपंथियों को ‘धर्म स्वातंत्र्य कानून’ का कोई भय
राज्‍य में जबरन धर्म परिवर्तन की घटनाओं पर लगाम लगाने, लव जिहाद को रोकने के लक्ष्य से मध्य प्रदेश विधानसभा में ‘मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता विधेयक-2021’ पारित किया गया था। जो बाद में ‘धर्म स्वातंत्र्य कानून’ बना और इसके प्रावधानों के अनुसार शादी तथा किसी अन्य कपटपूर्ण तरीके से किए गए धर्मांतरण के मामले में अधिकतम 10 साल कैद और एक लाख रुपये तक के जुर्माने की सजा दिया जाना मुकर्रर किया गया है।
साथ ही इस कानून में यह 19 प्रावधान किए गए हैं। प्रलोभन, धमकी, कपट, षड़यंत्र से या धर्म छिपाकर विवाह किया तो विवाह शून्य होगा। कानून के प्रावधानों के विरुद्ध धर्म परिवर्तन किए जाने पर कम से कम एक साल और अधिकतम पांच साल का कारावास होगा। कानून के प्रावधानों के खिलाफ महिला, नाबालिग, अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति के धर्म परिवर्तन किए जाने पर कम से कम दो साल और अधिकतम 10 साल की सजा और 50 हजार का जुर्माना है।

इसका एक मुख्‍य प्रावधान यह है कि अपना धर्म छिपाकर कानून के प्रावधानों के खिलाफ धर्म परिवर्तन करने पर कम से कम तीन साल और अधिकतम दस साल की सजा एवं 50 हजार रुपए का जुर्माना है । दो या दो से अधिक लोगों का एक ही समय में धर्म परिवर्तन पर कम से कम पांच साल और अधिकतम 10 साल की सजा और कम से कम एक लाख रुपए के अर्थदंड का प्रावधान। एक से अधिक बार कानून का उल्लंघन पर 5 से 10 साल की सजा का प्रावधान। कानून के दायरे में आने के बाद विवाह शून्य घोषित करने का प्रावधान।

इसमें कहा गया है कि पैतृक धर्म में वापसी को धर्म परिवर्तन नहीं माना जाएगा। धर्म परिवर्तन करने पर परिजन की शिकायत को कानून में किया गया है जरूरी। इस अधिनियम में दर्ज अपराध संज्ञेय और गैरजमानती होगा। सेशन कोर्ट में होगी सुनवाई। सब इंस्पेक्टर से नीचे का पुलिस कर्मी इस कानून के तहत दर्ज मामले की जांच नहीं करेगा । निर्दोष होने के सबूत पेश करने की बाध्यता अभियुक्त पर रखी गयी है। परिवार न्यायालय में होगा विवाह शून्य करने का फैसला। अपराध में पीड़ित महिला और पैदा हुए बच्चे को भरण-पोषण हासिल करने का अधिकार होगा। पैदा हुए बच्चे को अपने पिता की संपत्ति में उत्तराधिकारी के रूप में दावा करने की स्वतंत्रता होगी। अधिनियम के तहत दर्ज मामले में धर्म परिवर्तन कराने वाली संस्थाएं और लोग भी आरोपी के बराबर कार्यवाही के दायरे में आएंगे। ऐसी संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन रद्द होगा। धर्म परिवर्तन कराने के पहले कलेक्टर को 2 महीने पहले सूचना देना होगा जरूरी। सूचना नहीं देने पर तीन से पांच साल तक की सजा और 50 हजार जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

कहना होगा कि इतने सब कड़े नियम-कानून होने के बाद भी ‘लव जिहाद’ के मामले मध्‍य प्रदेश के एक के बाद एक आना जारी हैं। इस्‍लामिक चरमपंथी हिन्‍दू बनकर नाम बदलकर लव जिहाद को अंजाम देने में लगे हुए हैं । राज्‍य का शायद ही कोई जिला ऐसा रहा हो जहां इस प्रकार की वारदातें नहीं हो रही हैं । हर जिले से लगातार धर्मांतरण, मतांतरण और लव जिहाद के मामले आ रहे हैं और कानून इन सभी के सामने बेबस नजर आ रहा है।