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विशप पीसी सिंह की जांच, दो विधायकों का भी हाथ

कांग्रेस आलाकमान के इशारे पर कमलनाथ सरकार ने रोकी थी

जबलपुर के ईसाई धर्मगुरु पीसी सिंह को कांग्रेस के आलाकमान का संरक्षण प्राप्त रहा. जिसके चलते एमपी में कमलनाथ सरकार के वक्त हुई शिकायत पर कोई कार्यवाही नही हुई. यहां तक कि जांच के लिए गई शिकायतों की फाइल भी दबा दी गई, यही कारण रहा कि पीसी सिंह स्कूलों की फीस का उपयोग निजी व अन्य उपयोग में धड़ल्ले से करता रहा.

जानकार सूत्रों के अनुसार जबलपुर ईओडब्लयू के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के कहने पर जांच की कार्यवाही को नस्तीबद्ध किया था. वहीं दूसरी ओर ईसाई धर्मगुरु पीसी सिंह किसी भी तरह से उक्त जमीनों को अपने नाम कराने के लिए साजिश रचता रहा. उसने मौका मिलते ही नेपियर टाउन स्थित मिशन कम्पाउंड के दो प्लाट को स्वयं ही बेचकर आधे से भी कम दामों पर अपने नाम पर रजिस्ट्री करा ली. इसके अलावा स्कूल में बच्चों की फीस का भी निजी व धार्मिक संस्थाओं में उपयोग कर लिया.

पीसी सिंह मनमाने व नियम विरुद्ध तरीकों से किए जा रहे कार्यो की शिकायत उस वक्त की गई जब एमपी में कमलनाथ की सरकार काबिज रही. लेकिन कांग्रेस की कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का पीसी सिंह को संरक्षण प्राप्त रहा. जिसके चलते पीसी सिंह पर कोई कार्यवाही नहीं हो पाई. यहां तक कि उसके कारनामों से भरी शिकायतों की फाइल को दबा दिया गया. यहां तक कि जबलपुर में भी दो विधायकों का स्थानीय स्तर पर बिशप सिंह को संरक्षण प्राप्त रहा. जिसके चलते स्थानीय स्तर पर भी पीसी सिंह ने अपनी मनमानी करता रहा. सोनिया गांधी का संरक्षण मिलने की खबर अब मिशनरी की संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों से लेकर कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है.

पीसी सिंह ने लाभ लेने वालों को किया जा सूचीबद्ध- ईसाई धर्मगुरु पीसी सिंह के मामले की जांच में ईओडब्ल्यू की टीम जुटी हुई है. ईओडब्ल्यू द्वारा उन लोगों को सूचीबद्ध किया जा रहा है जिन्होने पीसी सिंह से लाभ लिया है. आने वाले दिनों में इन लोगों पर ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा शिकंजा कसा जाएगा.

तीन एजेंसियां जांच में जुटी है – बताया गया है कि ईओडब्ल्यू के अलावा प्रवर्तन निदेशालय व आयकर विभाग की टीम द्वारा ईसाई धर्मगुरु पीसी सिंह की जांच में जुटी हुई है. ईसाई धर्मगुरु पीसी सिंह के घर से ईओडब्ल्यू की टीम को सर्च कार्यवाही में 1 करोड़ 65 लाख रुपए नगद, 80 लाख रुपए के सोने के जेवर, 18514 यूएस डॉलर, 110 पाउंड मिले थे.

 साभार – मध्य प्रदेश हिंदी एक्सप्रेस