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कृतित्व, नेतृत्व, व्यक्तित्व, समर्पण और तत्वनिष्ठ होकर कार्य करने की पद्धति संघ सिखाता है।

विश्व हिंदू परिषद के अखिल भारतीय राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष श्रीमान आलोक कुमार जी ने बैठक को संबोधित करते हुए कार्यकर्ता विकास, दायित्व बोध कराते हुए, हिन्दू मंदिरों को केंद्रीय कानून के तहत केंद्र सरकार समाज को सौपे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्रीमान प्रवीण जी ने कार्यकर्ता निर्माण, नेतृत्व क्षमता के साथ ही गुणों (कृतित्व, नेतृत्व, व्यक्तित्व, समर्पण, तत्वनिष्ठ), होकर कार्य करने की पद्धति संघ सिखाता है। हमें तत्वनिष्ठ होकर, राष्ट्र कार्य में रत रहते हुए कार्य करना है।

बैठक की अध्यक्षता महाकौशल प्रान्त के प्रांताध्यक्ष श्रीमान लक्ष्मण सिंह जी ने की। बैठक में मध्य क्षेत्र के क्षेत्र मंत्री श्रीमान राजेश जी तिवारी, महाकौशल प्रान्त के प्रांत संगठन मंत्री श्रीमान सुरेन्द्र सिंह जी चौहान, प्रान्त उपाध्यक्ष श्रीमती वाणी अहलूवालिया, प्रान्त सह मंत्री एवं अधिवक्ता श्री प्रदीप जी गुप्ता, श्री सागर जी गुप्ता (प्रान्त सह मंत्री), श्री दिलीप जी पटेल एवं श्रीमान रमेश जी श्रीवास (सहकोषाध्यक्ष), श्री अनुपम जी गुप्ता (प्रान्त प्रचार-प्रसार प्रमुख), छतरपुर, सागर, मंडला, सतना विभागों के मंत्री एवं विभिन्न जिलों के माननीय अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष उपस्थित रहे।

विश्व हिंदू परिषद के अखिल भारतीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार (वरिष्ठ अधिवक्ता दिल्ली) ने जबलपुर में प्रेस को संबोधित करते हुए विभिन्न विन्दुओं पर विचार रखे।

01. मतांतरण का कुचक्र- देश में लंबे समय से हिन्दू समाज के विरुद्ध चल रहे सड़यंत्र के तहत मतांतरण पर तुरन्त रोक लगनी चाहिए। सेवा के नाम पर चल रहे ईसाई मिशनरीज “कुचक्र” एवं मुस्लिमों के द्वारा चलाये जा रहे लव-जेहाद, लेंड जेहाद आदि विषयों पर समाज को जाग्रत करने के लिए विभिन्न स्तर पर आंदोलन चलाये जायेंगे। धर्मांतरण रोकने के लिये राज्य सरकारें कठोर कानून बनाये।

02. हिन्दू मंदिरों को समाज को सौपे- हिंदू मंदिरों को अविलंब केंद्र सरकार, केंद्रीय कानून के तहत, हिन्दू समाज को सौंपे ताकि समाज सनातन परंपरा के अनुसार उनकी पूजा अर्चना कर सकें एवं उनके प्रबंधन की संपूर्ण व्यवस्था निभा सके। प्राचीन काल से ही गुरुकुल परंपरा के अनुसार मंदिरों के द्वारा धार्मिक कार्यों के अतिरिक्त शैक्षणिक कार्य एवं सुसंस्कृत, राष्ट्रभक्त नागरिक निर्माण करते आ रहे हैं। मंदिरों की संपत्ति पर सरकार का नियंत्रण होने से सतत दुरुपयोग होता रहा है, अतः मंदिरों को हिन्दू समाज को सौपा जाना चाहिए।।

03. सेवा एवं सामाजिक समरसता के माध्यम से अनुसूचित जाति एवं जनजाति, हिन्दू समाज और सेवा बस्तियों में, सेवा, संस्कार, शिक्षा और स्वावलंबन की दृष्टि से विश्व हिंदू परिषद, अधिक ताकत के साथ जन आन्दोलन के रूप में कार्य करेगी।

विश्व हिंदू परिषद इन सभी कार्यों के लिये आंदोलन करेगी।

       अनुपम गुप्ता
प्रान्त प्रचार-प्रसार प्रमुख