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समाज को एकजुट कर वर्तमान चुनौतियों से पार पाने में स्वयंसेवकों की भूमिका अहम बृजकांत जी

रीवा। वर्तमान समय में आसन्न चुनौतियों भिन्न प्रकार की हैं, भारत को अपमानित करने का प्रयत्न विमर्श द्वारा कोरोना काल में कई देशों को वैक्सीन एवं गेंहू देकर तथा विगत तीन वर्षों से निःशुल्क गेहूं देने वाला हमारा देश हंगर इंडेक्स में ऊपर कैसे हो सकता है। सती प्रथा जैसी कुरीतियां न होते हुए भी विमर्श के माध्यम से, मातृशक्ति के साथ अन्याय करने वाला एक विशेष वर्ग वास्तव में स्वयं कुत्सित मानसिकता से ग्रसित है। युद्ध से तो केवल एक पीढ़ी नष्ट होती है, जबकि विमर्श सात पीढ़ियों तक को नष्ट कर देता है। द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण से लेकर प्राचीनकाल, मध्यकाल, आधुनिक काल तक का यही संदेश है कि हम सब मनुष्य एक हैं, सब में एक चेतना है, सभी जाति पंथ, समुदायों में ईश्वर का एक अंश है। जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति की पीड़ा भी अपनी पीड़ा है, और उसका सुख-दुःख भी हमारा है, ऐसी भावना को लेकर सम्पूर्ण मानव समाज की रक्षा करते हुए प्राणी मात्र में समानता के व्यवहार के भाव का जागरण का कार्य संघ करता रहा है।

उक्ताशय के उद्गार आज 4 जून को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महाकौशल प्रांत के संघ शिक्षा वर्ग के समापन प्रकट कार्यक्रम के अवसर पर प्रांत प्रचारक बृजकांत जी ने मुख्य वक्तव्य में कहा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री दीनानाथ जी कोल शासकीय सौ एकड़ भूमि पर वृक्षारोपण कर
पिछले बीस वर्षों में 6 हजार पौधे लगा चुके हैं। पौधारोपण को अपने जीवन का लक्ष्य बनाने वाले श्रीमान् कोल जी ने कहा कि आज हम सभी को पर्यावरण के प्रति अपने दायित्व के निर्वहन की आवश्यकता है। हम सभी अपने जीवन में कम से कम पाँच पौधे लगाने का संकल्प अवश्य लेना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि विगत 16 मई से महाराजा पब्लिक स्कूल बेला में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महाकौशल प्रांत का संघ शिक्षा वर्ग लगा हुआ है, जिसका आज प्रकट कार्यक्रम आयोजित हुआ है। वर्ग में साधनारत महाकौशल प्रांत के 32 जिलों के 136 शिक्षार्थियों ने नियुद्ध, दण्ड संचालन, समता आदि के माध्यम से अपने शारीरिक कौशल का प्रदर्शन किया। शारीरिक प्रदर्शन एवं सामूहिक व्यायाम के पश्चात् मुख्य वक्ता के उद्बोधन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रीवा नगर एवं आसपास की मातृशक्ति प्रबुद्धजन एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित रहें। मंचासीन अन्य अतिथि जनों में वर्गाधिकारी श्रीमान् गुरुप्रसाद जी अवस्थी भी रहें।

कार्यक्रम में प्रतिवेदन वर्ग कार्यवाह अमित कनकने जी एवम आभार रीवा विभाग कार्यवाह रमेश साहू जी ने व्यक्त किया, वर्ग प्रचार प्रमुख श्री जितेन्द्र पटेल जी ने कहा कि रीवा नगर की पृथक-पृथक बस्तियों से मातृशक्ति रोटी बेलकर सेवा कार्य करने आती थीं और समाज के विभिन्न श्रेणियों के लगभग 300 प्रबुद्धजनों को वर्ग-दर्शन एवं प्रदर्शनी का अवलोकन भी कराया गया है।