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हिन्दू समाज को जागृत, संगठित व राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव जगाने गाँव-गाँव में प्रवास करेगा संत समाज 

मतांतरण, लव जिहाद एवं जनसंख्या नियंत्रण हेतु केंद्र सरकार से सख्त कानून बनाने की माँग की

हिन्दू समाज को जागृत एवं संगठित करने के लिए, समाज में राष्ट्रधर्म के प्रति समर्पण का भाव जगाने गाँव-गाँव में प्रवास करने का संकल्प लिया। मतांतरण, लव जिहाद एवं जनसंख्या नियंत्रण हेतु केंद्र सरकार से सख्त कानून बनाने की माँग की।

जबलपुर- विश्व हिंदू परिषद धर्माचार्य सम्पर्क विभाग द्वारा दो दिवसीय महाकोशल प्रान्त मार्गदर्शक मण्डल की बैठक गीता धाम ग्वारीघाट में सम्पन्न हुई, जिसमें प्रान्त के सभी जिलों के पूज्य संत शामिल हुए। दो दिवसीय बैठक चार सत्रों में चली, जिसकी अध्यक्षता अलग-अलग सत्रों में जगद्गुरु रामानंदाचार्य जी, रामललाचार्य महाराज जी खजूरीताल, जगदगुरू सियाराम शरण महाराज छपरौल, डॉ. स्वामी नरसिंहदास जी महाराज एवं स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरी जी महाराज द्वारा की गयी। मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी रहे।

विहिप प्रान्त कार्याध्यक्ष भाष्कर चौबे, प्रान्त मंत्री उमेश मिश्रा, प्रान्त संगठन मंत्री सुरेंद्र सिंह, प्रान्त सह मंत्री सागर गुप्ता एवं प्रदीप गुप्ता और प्रान्त धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख रमेश श्रीवास मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन क्षेत्र प्रमुख मुन्ना पांडेय ने किया।

बैठक में युवा संत मण्डल के प्रांत संयोजक महंत मनमोहन दास महाराज चित्रकूट एवं प्रान्त सह संयोजक महंत गंगाशरण महाराज मैहर की नियुक्ति की घोषणा पूज्य सन्तों की सहमति से प्रान्त मंत्री उमेश मिश्रा द्वारा की गई।

आजादी के अमृत महोत्सव एवं अखण्ड भारत संकल्प दिवस 14 अगस्त पर पूज्य संतो ने तिरंगा रैली निकाल कर, राष्ट्रधर्म का भी परिचय देते हुए अखण्ड भारत निर्माण का, संकल्प लिया।

भगवान श्रीराम दरबार एवं भारत माता के चित्रपट पर पूजन एवं दीप प्रज्वलन के पश्चात केंद्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने अपनी प्रस्तावना में, केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के पूज्य संतों की चिंतन बैठक की जानकारी देते हुए लिए गए निर्णय को बतलाते हुए, देश के अहम चार मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए जानकारी दी। कुटुम्ब प्रबोधन, मतांतरण, घर वापसी, लव जिहाद, जनसंख्या नियंत्रण एवं हमारे वैदिक संस्कार विषयों पर पूज्य संतों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए, अपने-अपने सारगर्भित विचार व्यक्त किये।

हिन्दू समाज को जागृत तथा संगठित करने के लिए, समाज में राष्ट्रधर्म के प्रति समर्पण का भाव जगाने गाँव-गाँव में प्रवास करने का संकल्प लिया। मतांतरण, लव जिहाद एवं जनसंख्या नियंत्रण हेतु केंद्र सरकार से सख्त कानून बनाने की माँग की।

प्रान्त मार्गदर्शक मंडल की बैठक में प्रमुख रूप से डॉ. राधे चैतन्य महाराज, महंत देवेंद्र दास, काली नंद महाराज, साध्वी विभानंद, महन्त बालक दास, बाँके बिहारीदास, पगलानंद महाराज, रामानंद पूरी, प्रेमानंद दास, ब्रह्मानंद दास, अनूप देव महाराज, रामसुमन दास, शिवमूरत देव महाराज, सुरेंद्र दास, राजारामाचार्य, राम भारती, आशुतोष चैतन्य, सच्चिदानंद, कौशलेंद्र ब्रह्मचारी, रामेश्वरानंद, हरि दास, रामजी शरण, मतंग मुनि, रामेश्वरानंद, कृष्णानंद, अमृतानंद, विचित्र दास, वासुदेवानंद भारती, अवधबिहारी दास, नागा सुरेन्द्रदास, नागा भगवान दास, आचार्य सौरभकृष्ण, राधारमण दास ब्रह्मचारी सहित सैकड़ों सन्त-महन्त, साधुओं सहित विश्व हिंदू परिषद धर्माचार्य विभाग के कार्यकर्ता मौजूद रहे।